पसमांदा मुसलमानो के पूर्वज हिन्दू थे -वसीम राईन

पसमांदा मुसलमानो के पूर्वज हिन्दू थे -वसीम राईन

लखनऊ। जमीयत उलेमा ए हिन्द के सदर मौलाना अरशद मदनी का बयान कि उनके पूर्वज हिन्दू नहीं थे, उन्हे बाहर से आया हुआ यानी विदेशी मुसलमान साबित करता है। वह सभी 15 प्रतिशत विदेशी अशराफ मुसलमान हैं। उनके बयान के उलट पसमांदा मुस्लिम समाज इस बात को शिद्दत से मानता है कि उसके पूर्वज हिन्दू थे। पसमांदा मुस्लिम की सरजमीं हिन्दुस्तान है और यही उनका जन्मस्थल भी।
यह बात आल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज के प्रदेश अध्यक्ष वसीम राईन ने अपने बयान में कही। उन्होने मौलाना अरशद को आड़े हाथो लेते हुए कहा कि मौलाना मदनी चर्चा में आने के लिए हर वह उलूल जुलूल बयान दे रहे जिसका न कोई आधार है और न धर्म और सच ही उससे इत्तेफाक ही रखता है। उनके बयान व्यक्तिगत और जानकारी के अभाव में दिए गए हैं। वह यह भूल गए कि बयान देना और उसको प्रमाणित करना दोनो अलग अलग बाते हैं। एक बड़े मंच पर बैठ कर कुछ भी कह देना उनका अधिकार जरूर है पर उसे मानना न मानना देशवासियो पर निर्भर है। वसीम राईन ने कहा कि अचानक मौलाना अरशद मदनी का सक्रिय होना बड़े इशारे कर रहा और उनकी बयानबाजी को राजनीतिक चश्मे से ही देखा जाना चाहिए। मौलाना अरशद ने कहा कि उनके पूर्वज हिन्दू नहीं थे और यह बात सही भी है कि देश में सत्ता के साथ रहकर मलाई काटता आ रहा 15 प्रतिशत मुसलमान अशराफ है और विदेश का रहने वाला है। उनका इस मुल्म से कोई नाता व लेना देना नही है। एक नजर डाली जाए तो उनके संगठन में एक भी मुसलमान पसमांदा नही है, जबकि पसमांदा मुस्लिम देश में 85 फीसदी है। अशराफ मुसलमान पसमांदा को नजदीक नहीं रखता वरना उनकी कलई खुल जाने का डर है। उन्होने कहा कि पसमांदा मुसलमान मौलाना मदनी के बयान से इत्तेफाक नहीं रखता बल्कि दिल से मानता है कि उनका जन्मस्थल हिन्दुस्तान है, यहीं पर जन्म लिया और पले बढ़े, आज वह इस मुल्क का हिस्सा हैं। वह फख्र से कहता है कि उसके पूर्वज हिन्दू थे।

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि विदेशी मुसलमान कभी भी हिन्दुस्तान की सरजमीं को नहीं अपनाएगा। सवाल उठेंगे तो मौलाना अरशद मदनी जैसी बयानबाजी ही होगी। इनसे राष्ट्रवाद की उम्मीद करना भी बेमानी ही है। बड़ा मंच मिलते ही उलटी सीधी बयानबाजी कर दी गई। बिना देर किए धर्म और पैदाइश का सहारा ले लिया गया। चर्चा में आने के लिए मंच का इस्तेमाल ही इनका हथियार हैं।

वसीम राईन

Leave a comment